💰 बिटकॉइन फ्रॉड क्या है? (Bitcoin Fraud in Hindi)

बिटकॉइन फ्रॉड का मतलब है – किसी को क्रिप्टोकरेंसी (जैसे Bitcoin) के नाम पर धोखा देना। चूंकि बिटकॉइन एक डिजिटल करेंसी है और इसे सरकार द्वारा नियंत्रित नहीं किया जाता, इसलिए इसमें धोखाधड़ी के मामले भी तेज़ी से बढ़े हैं।


🔍 बिटकॉइन फ्रॉड कैसे होता है?

1. फर्जी निवेश योजनाएं (Fake Investment Schemes):

  • “दोगुना पैसा”, “7 दिन में रिटर्न” जैसे वादे कर फर्जी वेबसाइट या ऐप से लोगों को निवेश के लिए फुसलाना।

2. फेक क्रिप्टो एक्सचेंज (Fake Crypto Exchanges):

  • नकली ऐप या वेबसाइट बनाकर बिटकॉइन खरीद-बेच दिखाना, लेकिन असल में पैसा लूटना।

3. फिशिंग ईमेल और वेबसाइट:

  • बिटकॉइन वॉलेट की जानकारी चुराने के लिए नकली ईमेल या वेबसाइट भेजना।

4. सेलिब्रिटी स्कैम:

  • मशहूर लोगों के नाम पर सोशल मीडिया पर नकली स्कीम फैलाना (जैसे “Elon Musk आपको बिटकॉइन डबल करके देंगे”).

5. Ponzi और MLM स्कीम:

  • पुराने निवेशकों को नए निवेशकों के पैसे से भुगतान करना, जब तक पोंजी स्कीम फट न जाए।

6. Ransomware / हैकिंग:

  • कंप्यूटर लॉक करके फिरौती में बिटकॉइन मांगना।

🛡️ बचाव कैसे करें?

  1. ✅ किसी भी स्कीम में जल्दबाज़ी में निवेश न करें।
  2. 🔒 सिर्फ भरोसेमंद और पंजीकृत क्रिप्टो एक्सचेंज (जैसे CoinDCX, WazirX, Binance आदि) का ही उपयोग करें।
  3. 📧 फिशिंग ईमेल या संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें।
  4. 🧠 कोई “बिटकॉइन डबल करने” वाली स्कीम 100% फ्रॉड होती है।
  5. 🔐 अपने Bitcoin wallet की private key को कभी किसी से साझा न करें।
  6. 📱 अपने मोबाइल और कंप्यूटर में 2FA (Two Factor Authentication) ज़रूर चालू करें।
  7. 🎓 क्रिप्टो से जुड़े सभी फैसले जानकारी और रिसर्च के बाद ही लें।

🚨 फ्रॉड हो जाए तो क्या करें?

  • साइबर क्राइम पोर्टल पर शिकायत करें:
    🔗 https://www.cybercrime.gov.in
  • क्रिप्टो एक्सचेंज के सपोर्ट को तुरंत जानकारी दें।
  • FIR दर्ज कराएं और ट्रांजैक्शन डिटेल सुरक्षित रखें।
  • अगर आपने UPI या बैंक के ज़रिए पेमेंट किया है, तो बैंक को तुरंत सूचित करें।