CYBER STALKING
क्या होता है Cyberstalking Scam?
यह घोटाला तब होता है जब कोई आपकी ऑनलाइन गतिविधियों, सोशल मीडिया प्रोफाइल या निजी जानकारियों को ट्रैक करता है और:
- आपको ब्लैकमेल करता है,
- आपके नाम से फर्जी अकाउंट बनाकर छवि खराब करता है,
- आपको मानसिक रूप से परेशान करता है,
- या आपको किसी स्कैम में फंसाकर पैसे ऐंठने की कोशिश करता है।
🚨 यह स्कैम कैसे होता है?
- फ्रेंड रिक्वेस्ट के ज़रिए नज़दीकी बनाना (सोशल मीडिया पर)
- आपके पोस्ट, लोकेशन, फोटो और कमेंट्स पर नज़र रखना
- फर्जी नाम से बात करना और निजी जानकारी इकट्ठा करना
- फिर किसी बात को लेकर ब्लैकमेल करना या डराना
- कई बार नग्न तस्वीरें या वीडियो एडिट कर वायरल करने की धमकी देना
- या फिर आपके दोस्तों/परिवार को टारगेट करना
🎯 टारगेट कौन होते हैं?
- महिलाएं और लड़कियाँ
- सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर
- छोटे शहरों के युवा
- अकेले रहने वाले लोग
- कॉलेज स्टूडेंट्स
- LGBTQ+ समुदाय के लोग
🔍 पहचान कैसे करें?
- कोई बार-बार अनचाहे मैसेज या कॉल कर रहा हो
- हर पोस्ट, फोटो, कमेंट पर प्रतिक्रिया दे रहा हो
- आपकी पर्सनल जानकारी (पसंद, लोकेशन, फैमिली डिटेल) जानता हो
- किसी और अकाउंट से भी पीछा कर रहा हो
- धमकी दे रहा हो कि “अगर बात नहीं मानी तो फोटो/चैट वायरल कर दूँगा”
🛡️ बचाव कैसे करें?
- 🔐 Privacy settings को मजबूत रखें (Facebook, Instagram, WhatsApp)
- 🚫 अजनबियों को फ्रेंड लिस्ट में न जोड़ें
- 📸 फोटो शेयर करते समय सोचें, खासकर पर्सनल जानकारी वाली
- 🧠 कभी भी किसी को निजी तस्वीरें या वीडियो न भेजें
- 🚷 साइबर स्टॉकर को ब्लॉक करें, रिपोर्ट करें
- 🔍 हर संदिग्ध गतिविधि का स्क्रीनशॉट रखें (सबूत के तौर पर)
🆘 अगर आप शिकार हो जाएं:
- तुरंत अपने नज़दीकी साइबर क्राइम सेल से संपर्क करें
- cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें
- पुलिस में FIR कराएं – यह गंभीर अपराध है
- किसी विश्वसनीय NGO, साइकोलॉजिस्ट या लीगल एक्सपर्ट से मदद लें
⚖️ भारत में कानून:
- IPC 354D – पीछा करना (Stalking)
- IT Act Section 66E, 67, 67A – निजता उल्लंघन, अश्लील सामग्री
- सज़ा: 3 से 5 साल तक की जेल + जुर्माना
📢 निष्कर्ष:
Cyberstalking Scam सिर्फ मानसिक ही नहीं, आर्थिक और सामाजिक रूप से भी नुकसान पहुंचा सकता है। इससे बचाव के लिए जागरूक रहें, और जरूरत पड़ने पर तुरंत कानूनी कदम उठाएं।