Botnet Attack
🕷️ Botnet Attack क्या है? (In Hindi)
Botnet Attack एक तरह का साइबर अटैक होता है जिसमें हैकर कई कंप्यूटर या डिवाइस को चुपचाप कंट्रोल में लेकर एक बड़ा नेटवर्क बना लेता है। इन डिवाइसेज़ को “bots” या “zombie computers” कहा जाता है। यह पूरा नेटवर्क मिलकर एक साथ किसी वेबसाइट, सर्वर, या सिस्टम पर हमला करता है।
🧠 आसान भाषा में समझें:
मान लीजिए किसी साइबर अपराधी ने 10,000 कंप्यूटर हैक कर लिए, अब वो इन सबका उपयोग एक साथ किसी वेबसाइट को बंद करने, डेटा चुराने, या स्पैम भेजने के लिए कर सकता है। इसे ही Botnet Attack कहा जाता है।
🔍 Botnet कैसे बनता है?
- हैकर किसी वायरस या मालवेयर को ईमेल, डाउनलोड लिंक, या वेबसाइट के ज़रिए लोगों के सिस्टम में डाल देता है।
- यूज़र को पता भी नहीं चलता और उसका कंप्यूटर हैकर के कंट्रोल में चला जाता है।
- जब बहुत सारे डिवाइस हैक हो जाते हैं, तो उन्हें जोड़कर एक नेटवर्क (Botnet) बना लिया जाता है।
- हैकर इस नेटवर्क का उपयोग बड़े पैमाने पर हमले करने के लिए करता है।
⚔️ Botnet का इस्तेमाल कैसे होता है?
- DDoS Attack:
हज़ारों कंप्यूटर से एक साथ किसी वेबसाइट पर ट्रैफिक भेजकर उसे क्रैश कर देना। - Spam Campaigns:
एक साथ लाखों स्पैम ईमेल भेजना। - Credential Theft:
यूज़रनेम, पासवर्ड, बैंक डिटेल्स चुराना। - Cryptojacking:
चोरी से दूसरों के कंप्यूटर का इस्तेमाल करके क्रिप्टोकरेंसी माइन करना। - Data Breach:
बड़े नेटवर्क से संवेदनशील डेटा चुराना।
🛡️ बचाव कैसे करें Botnet से?
- ✅ हमेशा एंटीवायरस और फायरवॉल का उपयोग करें।
- 🔄 सॉफ्टवेयर अपडेट नियमित रूप से करें।
- 🚫 अंजान ईमेल या लिंक पर क्लिक न करें।
- 🔐 मजबूत पासवर्ड और 2-Factor Authentication का उपयोग करें।
- 🔍 सिस्टम में असामान्य गतिविधियों पर नज़र रखें।
- 📴 पुराने या इस्तेमाल में न आने वाले IoT डिवाइस (जैसे CCTV, Smart TV) को अपडेट करें या डिस्कनेक्ट रखें।
🆘 हमला हो जाए तो क्या करें?
- तुरंत इंटरनेट डिस्कनेक्ट करें।
- सिस्टम स्कैन करें और संक्रमित फाइल्स को हटाएं।
- प्रोफेशनल साइबर सिक्योरिटी टीम की मदद लें।
- CERT-In (भारत की साइबर इमरजेंसी एजेंसी) को रिपोर्ट करें:
🔗 https://www.cert-in.org.in