क्या होता है Cyberstalking Scam?

यह घोटाला तब होता है जब कोई आपकी ऑनलाइन गतिविधियों, सोशल मीडिया प्रोफाइल या निजी जानकारियों को ट्रैक करता है और:

  • आपको ब्लैकमेल करता है,
  • आपके नाम से फर्जी अकाउंट बनाकर छवि खराब करता है,
  • आपको मानसिक रूप से परेशान करता है,
  • या आपको किसी स्कैम में फंसाकर पैसे ऐंठने की कोशिश करता है।

🚨 यह स्कैम कैसे होता है?

  1. फ्रेंड रिक्वेस्ट के ज़रिए नज़दीकी बनाना (सोशल मीडिया पर)
  2. आपके पोस्ट, लोकेशन, फोटो और कमेंट्स पर नज़र रखना
  3. फर्जी नाम से बात करना और निजी जानकारी इकट्ठा करना
  4. फिर किसी बात को लेकर ब्लैकमेल करना या डराना
  5. कई बार नग्न तस्वीरें या वीडियो एडिट कर वायरल करने की धमकी देना
  6. या फिर आपके दोस्तों/परिवार को टारगेट करना

🎯 टारगेट कौन होते हैं?

  • महिलाएं और लड़कियाँ
  • सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर
  • छोटे शहरों के युवा
  • अकेले रहने वाले लोग
  • कॉलेज स्टूडेंट्स
  • LGBTQ+ समुदाय के लोग

🔍 पहचान कैसे करें?

  • कोई बार-बार अनचाहे मैसेज या कॉल कर रहा हो
  • हर पोस्ट, फोटो, कमेंट पर प्रतिक्रिया दे रहा हो
  • आपकी पर्सनल जानकारी (पसंद, लोकेशन, फैमिली डिटेल) जानता हो
  • किसी और अकाउंट से भी पीछा कर रहा हो
  • धमकी दे रहा हो कि “अगर बात नहीं मानी तो फोटो/चैट वायरल कर दूँगा”

🛡️ बचाव कैसे करें?

  1. 🔐 Privacy settings को मजबूत रखें (Facebook, Instagram, WhatsApp)
  2. 🚫 अजनबियों को फ्रेंड लिस्ट में न जोड़ें
  3. 📸 फोटो शेयर करते समय सोचें, खासकर पर्सनल जानकारी वाली
  4. 🧠 कभी भी किसी को निजी तस्वीरें या वीडियो न भेजें
  5. 🚷 साइबर स्टॉकर को ब्लॉक करें, रिपोर्ट करें
  6. 🔍 हर संदिग्ध गतिविधि का स्क्रीनशॉट रखें (सबूत के तौर पर)

🆘 अगर आप शिकार हो जाएं:

  1. तुरंत अपने नज़दीकी साइबर क्राइम सेल से संपर्क करें
  2. cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें
  3. पुलिस में FIR कराएं – यह गंभीर अपराध है
  4. किसी विश्वसनीय NGO, साइकोलॉजिस्ट या लीगल एक्सपर्ट से मदद लें

⚖️ भारत में कानून:

  • IPC 354D – पीछा करना (Stalking)
  • IT Act Section 66E, 67, 67A – निजता उल्लंघन, अश्लील सामग्री
  • सज़ा: 3 से 5 साल तक की जेल + जुर्माना

📢 निष्कर्ष:

Cyberstalking Scam सिर्फ मानसिक ही नहीं, आर्थिक और सामाजिक रूप से भी नुकसान पहुंचा सकता है। इससे बचाव के लिए जागरूक रहें, और जरूरत पड़ने पर तुरंत कानूनी कदम उठाएं।